*कानपुर नगर अनुज तिवारी*
लॉकडाउन का पांचवा फेज़ कहें या फिर अनलॉक 1.0 व्यवस्थाओं में अब परिवर्तन दिखाई देने लगा है. लॉकडाउन के चार चरण बीतने के बाद जब सभी व्यवस्थाओं को सुचारू कर दिया गया, तब इस एहतियात को और ज्यादा बढ़ा दिया गया है. यही वजह रही कि इतने दिनों जब जनता के लिए पुलिस कार्यालय के दरवाजे खुले, तो फरियाद सुनने के लिए सीधे रूबरू होने की जगह वीडियो कॉल का सहारा लिया गया. वीडियो कॉल पर शिकायत सुनने के साथ ही डीआईजी ने कार्रवाई के निर्देश दिए.
गौरतलब हो कि कानपुर अभी भी कोरोना के रेड जोन में है. रोजाना ही शहर के अलग-अलग हिस्सों से कोरोना पॉजीटिव मरीज का मिलना जारी है. ऐसे में जब व्यवस्थाओं को पूरी तरह से जनता के लिए खोल दिया गया है, तब सावधानी बरतने की जरूरत हो गई है. सरकारी कार्यालयों में भी इसका असर देखने को मिल रहा है. अनलॉक 1.0 के पहले दिन जब डीआईजी अनंत देव अपने कार्यालय पहुंंचे, तो उन्होंने यहां थर्मल स्क्रीनिंग के जरिए खुद की जांच करायी.
वीडियो कॉल से सुनी समस्याएं
इस दौरान अपने कार्यालय में बैठकर डीआइजी ने फरियादियों की शिकायतों को सुना. डीआईजी ने वीडियो कॉल के माध्यम से यहां पर कई समस्याओं को सुनने के साथ थानेदारों को उसके निराकरण के निर्देश दिए. डीआईजी ने कहा कि अब जनता सड़कों पर निकलेगी, तो सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है. इसी वजह से नई व्यवस्था को लागू किया गया है. 30 जून तक इसी तरह समस्याओं को सुना जाएगा.
थानों में भी वीडियो कॉल या फिर दो गज की दूरी का होगा नियम
डीआईजी ने कहा कि थानों में भी पुलिस को वीडियो कॉल के माध्यम से या फिर दो मीटर की दूरी बनाकर शिकायतें सुनने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरतने देने के निर्देश दिए गए हैं. इसी के साथ उन्होंने कहा कि अगर कहीं बिना बताए प्रवासी कामगार रह रहा हो, तो थाने से लेकर हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके उसकी शिकायत की जा सकती है.




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